झारखण्ड की सियासी लपट बंगाल में…

झारखण्ड में इन दिनों राजनीती गर्म है,इसी राजनितिक आंग की चिंगारी पड़ोसी राज्य बंगाल तक छिटक चुकी है,तृणमूल कांग्रेस ने झारखंड के कांग्रेस विधायकों के वाहन से भारी मात्रा में कैश बरामद होने पर प्रवर्तन निदेशालय की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाया. टीएमसी ने यह भी मांग की कि मामले में पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी की भूमिका की जांच होनी चाहिए.

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टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से हम सुन रहे थे कि महाराष्ट्र के बाद बीजेपी झारखंड और कई अन्य राज्यों में सरकार बनाएगी, जहां बीजेपी के पास आवश्यक संख्या बल नहीं है. बता दें कि शनिवार को पश्चिम बंगाल पुलिस ने हावड़ा में झारखंड के तीन कांग्रेस विधायकों को करीब 49 लाख रुपए के साथ गिरफ्तार किया था.

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वहीं कांग्रेस ने आरोप लगाया कि झारखंड में सत्तारूढ़ झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की सरकार को गिराने के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पार्टी विधायकों को 10 करोड़ रुपये और आगे बनने वाली सरकार में मंत्री पद का लालच दिया था. कांग्रेस ने अपने तीनों विधायकों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
दरअसल पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में झारखंड के तीन कांग्रेस विधायकों के गाड़ियों से शनिवार को भारी मात्रा में नकदी बरामद होने के बाद रविवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.

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पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शनिवार शाम पंचला थाना क्षेत्र के रानीहाटी में राष्ट्रीय राजमार्ग-16 पर रोके गए विधायकों के वाहन से 49 लाख रुपए कैश बरामद हुए हैं. उन्होंने बताया कि विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी के अलावा उनका वाहन चालक पुलिस को यह बताने में विफल रहे कि वे इतनी बड़ी मात्रा में कैश क्यों ले जा रहे थे, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

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10 दिनों की सीआईडी हिरासत

पुलिस अधिकारी के मुताबिक, सीआईडी ने हावड़ा ग्रामीण पुलिस से जांच अपने हाथ में ले ली है. उन्होंने कहा कि विधायकों समेत पांच लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. बता दें कि पांचों आरोपियों को कोर्ट के सामने पेश किया गया, जिसने उन्हें 10 दिनों की सीआईडी हिरासत में भेज दिया.

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शुभेंदु अधिकारी की भूमिका की जांच

वहीं टीएमसी ने हैरानी जताई कि झारखंड के कांग्रेस विधायकों के वाहन से नकदी की बरामदगी मामले में प्रवर्तन निदेशालय क्यों खामोश है. टीएमसी ने यह भी मांग की कि मामले में पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी की भूमिका की जांच होनी चाहिए. टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने झारखंड जैसे गैर-राजग (एनडीए) शासित राज्यों में सरकार बनाने की बात कही थी. हम यह देखने के लिए जांच चाहते हैं कि क्या बरामद धन लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई झारखंड सरकार को गिराने की साजिश का हिस्सा है?

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