भारत का चीन के साथ संबंध बेहद ही तनावपूर्ण रहा है. खासकर साल 2020 में शुरू हुए सीमा विवाद के बाद से ये तनाव दिन पर दिन बढ़ता ही चला गया. बावजूद इसके दोनों देशों के व्यापारिक रिश्ते पर अगर प्रकाश डाले तो आयात-निर्यात का दर पहले के मुकाबले 50% दर के हिसाब से बढ़ा है.
Also Read : “मंकीपॉक्स” स्वास्थ्य विभाग में मची अफरा-तफरी
आपको बता दें कि भारत-चीन सीमा विवाद 2020 से जारी है. इसके बाद भी दोनों देशों के व्यापारिक संबंध पर इसका असर घटने के बजाए बढ़त के साथ दिखाई दे रहा है. साल 2021-2022 की बात करे तो भारत ने चीन से करीब 94.2 अरब डॉलर का आयात किया है.यह कुल वार्षिक आयात का 15 फीसदी है. मिली जानकारी के मुताबिक साल 2021-22 में भारत-चीन के बीच 115 अरब डॉलर का व्यापार हुआ है. जबकि यह पिछले साल 86 अरब डॉलर था. इन आंकड़ो से ये साफ हो जाता है कि भारत भले ही चीन के साथ सीमा पर जंग लड़ रहा हो. लेकिन देश के व्यापारिक आंकड़ों पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा.
Also Read : संसद में हंगामा, सदन की कार्यवाही टली…
भारत का चीन के साथ सीमा गतिरोध पर अंकुश लग सके इसके लिए 16 राउंड की सैन्य-कमांडर स्तर की बातचीत हो चुकी है. लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकाला जा सका है. हालांकि इस मामले पर दोनों देशों के बीच ठहराव की स्थिति देखी गई है. आपको बता दें कि इस विवाद के बाद भी सुचारू रूप से चल रहे आयात-निर्यात के पीछे की वजह यह ठहराव ही माना जा रहा है. क्योकि बीते साल देखा गया था कि जब दोनों देशों की स्थिति खराब हुई थी. तब भारत में MADE IN CHINA वाले वस्तुओं का बहिष्कार किया जा रहा था. लेकिन फिर सामान्य परिस्थिति होते ही देश में यह मामला एक बार फिर शांत हो गया. और अब आलम यह है कि देश में चीन से आयात और निर्यात का स्तर एक बार फिर चरम पर है.