राज्यसभा में मंगलवार को महंगाई के मुद्दे पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने सरकार की नीतियों पर चौतरफा हमला किया। विपक्षी दलों ने कहा कि रोजमर्रा की वस्तुओं और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत से जनता त्रस्त है। सरकार का बचाव करते हुए भाजपा ने कहा गया कि महंगाई वैश्विक समस्या बन चुकी है, जिससे भारत भी प्रभावित है। सरकार कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से गरीबों को राहत पहुंचने और महंगाई पर काबू पाने का प्रयास कर रही है।
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विपक्ष की तरफ से चर्चा की शुरुआत करते हुए माकपा के करीम ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी की नई दरें थोप देने से आम जनता की दुश्वारियां बहुत बढ़ गई हैं। आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने रसोई गैस सिलेंडर, दूध और आटा-दाल चावल के बढ़ते मूल्य पर सरकार की नीतियों की आलोचना की। तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने बंगाल में भाजपा की हार पर चुटकी लेते हुए कहा कि हमने बार-बार सरकार को चेताया था लेकिन वह सुनती कहां हैं?। उन्होंने टूथपेस्ट से लेकर अस्पताल पर जीएसटी का उदाहरण दिया।
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विपक्ष ने कहा- त्रस्त है जनता, सरकार स्वीकार करे यह सच्चाई-
ब्रायन ने वित्त मंत्री से छह प्रमुख सवाल पूछे। इसमें सेस और सरचार्ज में वृद्धि और बढ़ती बेरोजगारी के सवाल भी शामिल थे। सबसे ज्यादा खनिज संपदा वाले झारखंड में बहुत गरीबीझामुमो की महुआ माजी ने कहा कि जिस झारखंड में सबसे ज्यादा खनिज संपदा है वहां पर बहुत गरीबी है। यहां से बाहर काम करने जाने वाली लड़कियों का शारीरिक, आर्थिक और मानसिक शोषण होता है। इसका प्रमुख कारण केवल महंगाई है, जिस पर रोक लगनी चाहिए। राज्य में कई कुप्रथाएं है, जो केवल महंगाई और गरीबी के चलते हैं।
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संप्रग सरकार के दौरान दो अंकों में थी महंगाई दर
भाजपा नेता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की मूल्य वृद्धि से सभी लोग प्रभावित हैं। महंगाई की चुनौती से निपटने के लिए मोदी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौरान महंगाई दो अंकों में पहुंच गई थी, जिसने लोगों को बहुत तंग किया। लेकिन इस समय महंगाई सात प्रतिशत है, जिसे नियंत्रित करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है।
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महामारी भी महंगाई बढ़ने की वजह जावडेकर ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कोरोना महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते सप्लाई पर असर पड़ा है। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोलियम और खाद्य वस्तुओं की कीमतें बढ़ी हैं। इस समस्या से लगभग हर देश प्रभावित हुआ जिसमें भारत भी है।पेट्रोल-डीजल पर सरकार ने दो बार टैक्स घटाएउन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल की मूल्यवृद्धि पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार ने दो बार टैक्स में कटौती की।
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भाजपा शासित सभी राज्यों ने भी वैट घटाया, जिससे लोगों को राहत मिली। लेकिन गैर भाजपा शासित राज्यों ने वैट कम नहीं किया। जीएसटी पर फैसला विपक्ष की सहमति से कुछ वस्तुओं पर जीएसटी लगाने के सवाल पर विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए जावडेकर ने कहा कि जीएसटी काउंसिल की बैठक में सभी राज्यों की आम सहमति से ही जीएसटी लगाया गया है। लेकिन बंद कमरे में कुछ और बाहर मीडिया के सामने उसे ‘गब्बर सिंह टैक्स’ बोलने की विपक्ष की दोहरी नीति उचित नहीं।
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