केंद्र सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में बताया कि तीन साल में 3,92,643 भारतीयों ने नागरिकता छोड़ दी और सबसे अधिक भारतीयों को अमेरिका ने नागरिकता दी। लोकसभा में हाजी फजलुर रहमान के सवाल के लिखित उत्तर के साथ गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय द्वारा जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
मंत्री ने बताया कि इन सभी लोगों ने व्यक्तिगत वजहों से भारतीय नागरिकता छोड़ी। सदस्य ने साल 2019 से चालू वर्ष के दौरान नागरिकता छोड़ने वाले भारतीयों के बारे में जानकारी मांगी थी। राय द्वारा निचले सदन में पेश आंकड़ों के अनुसार साल 2019 से 2021 के दौरान नागरिकता छोड़ने वाले भारतीयों की संख्या 3,92,643 थी। इसमें 2019 में 1,44,017 भारतीयों ने नागरिकता छोड़ी, जबकि 2020 में 85,256 भारतीयों और 2021 में 1,63,370 भारतीयों ने अपनी नागरिकता छोडी। 2019 से 2021 तक भारतीय नागरिकों को कुल 103 देशों ने अपनी नागरिकता दी।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार साल 2019 से 2021 के बीच 1,70,795 भारतीयों को अमेरिका ने नागरिकता दी। इसमें साल 2019 में 61,683 भारतीयों, 2020 में 30,828 भारतीयों और साल 2021 में 78,284 भारतीयों को अमेरिका ने नागरिकता दी। इसमें बताया गया है कि आस्ट्रेलिया में तीन सालों में 58,391 भारतीयों, कनाडा में 64,071 भारतीयों, ब्रिटेन में 35,435 भारतीयों, जर्मनी में 6,690 भारतीयों, इटली में 12,131 भारतीयों, न्यूजीलैंड में 8,882 भारतीयों, चीन में 1,454 भारतीयों और पाकिस्तान में 48 भारतीयों को नागरिकता मिली। इस दौरान बुर्किना फासो, इथोपिया, माली, पापुआ न्यू गिनी, सूडान और इराक की नागरिकता एक-एक भारतीय ने ली।
Edited by: md shahzeb khan
Written by: md shahzeb khan